What is the latest climate change report 2023?

2303,2024

वैश्विक जलवायु स्थिति रिपोर्ट 2023

⇒ 19 मार्च, 2024 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा 'वार्षिक जलवायु स्थिति रिपोर्ट' प्रकाशित की गई है। इस रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर जलवायु प्रणाली के संकेतकों में समय के साथ आए बदलाव की सूचनाएं साझा की गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार पृथ्वी के औसत तापमान में 1.45°C की वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट पर एक नजर

  • रिपोर्ट के अनुसार विगत 174 वर्षों में वर्ष 2023 सबसे गर्म वर्ष रहा है।
  •  भारत के लिए वर्ष 1901 के बाद दूसरा सबसे गर्म वर्ष रहा है।
  •  वर्ष 2023 में जलवायु प्रणाली के विभिन्न संकेतकों के नए रिकॉर्ड बने है।
  •  वैश्विक ग्रीनहाउस गैस सांद्रता, सतह का तापमान, समुद्र की गर्मी और अम्लीकरण, समुद्र के स्तर में वृद्धि, अंटार्कटिक समुद्री बर्फ की कमी और ग्लेशियर का पिघलना।

वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस का बढ़ता स्तर पृथ्वी के तेजी से गर्म होने का मुख्य कारण है।

  •  रिपोर्ट के अनुसार कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड की सांद्रता वर्ष 2022 और वर्ष 2023 में रिकॉर्ड-उच्च स्तर पर पहुंच गई।
  •  CO2 का स्तर पूर्व-औद्योगिक युग की तुलना में 50% अधिक रहा।
  •  वर्ष 2023 में वैश्विक औसत सतह का तापमान पूर्व-औद्योगिक (वर्ष 1850- 1900) औसत से 1.45 deg * C अधिक रहा है
  •  वर्ष 1850-1900 के औसत तापमान 15°C
  •  वर्ष 2016 का तापमान 1.29 deg * C अधिक
  •  वर्ष 2020 का तापमान 1.27 deg * C अधिक
  •  वर्ष 2023 में तापमान बढ़ने के मुख्य कारण

ग्रीनहाउस गैसों की बढ़ती सांद्रता

  •  वर्ष 2023 के मध्य में ला नीना से अल नीनो स्थितियों में बदलाव
  • वर्ष 2023 में वैश्विक महासागर में औसत दैनिक समुद्री हीटवेव कवरेज 32% तक बढ़ गया। यह वर्ष 2016 में 23% के पिछले रिकॉर्ड से काफी ऊपर है।
  • वर्ष 2023 में वैश्विक महासागर में औसत दैनिक समुद्री हीटवेव कवरेज 32% तक बढ़ गया।
  • यह वर्ष 2016 में 23% के पिछले रिकॉर्ड से काफी ऊपर है।
  • समुद्र तल वृद्धि विगत 10 वर्षों (वर्ष 2014-2023) में वैश्विक औसत (वर्ष 1993- 2002) दर से दोगुनी से भी अधिक है।

▲ इसका मुख्य कारण है:

• निरंतर समुद्र का तापमान में वृद्धि

• ग्लेशियरों का पिघलना

जलवायु प्रणाली के संकेतकों में बदलाव के प्रभाव

 इसका सभी महाद्वीपों पर बड़ा सामाजिक-आर्थिक प्रभाव पड़ा, जिसे निम्नलिखित रूपों में देखा गया-

  • बाढ़ और सूखा की अधिकता
  •  अत्यधिक गर्मी
  • उष्णकटिबंधीय चक्रवात में वृद्धि
  • जंगल में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि

वैश्विक स्तर पर बदलती जलवायु संबंधी घटनाएं

  •  भूमध्यसागरीय चक्रवात डैनियलः सितम्बर में अत्यधिक वर्षा के कारण आई बाढ़ ने ग्रीस, बुल्गारिया, तुर्किये और लीबिया को प्रभावित किया।
  •  उष्णकटिबंधीय चक्रवात फ्रेडी: फरवरी और मार्च में आया यह दुनिया के सबसे लंबे समय तक रहने वाले चक्रवातों में से एक था।
  •  इससे मेडागास्कर, मोज़ाम्बिक और मलावी प्रभावित हुए।
  •  उष्णकटिबंधीय चक्रवात मोचा: मई में बंगाल की खाड़ी में अब तक आए सबसे तीव्र चक्रवातों में से एक था। इससे श्रीलंका से लेकर म्यांमार, भारत और बांग्लादेश प्रभावित हुए।
  •  अत्यधिक गर्मी ने विश्व के कई हिस्सों को प्रभावित किया। इनमें से कुछ सबसे महत्वपूर्ण दक्षिणी यूरोप और उत्तरी अफ्रीका में थे।
  •  ग्रेटर हॉर्न ऑफ़ अफ्रीका का क्षेत्र लंबे समय से सूखे का सामना कर रहा था।
  • वर्ष 2023 में अत्यधिक वर्षा की कारण भारी बाढ़ का सामना करना पड़ा।

01:05 am | Admin


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