Why is it called Gothic architecture?

2005,2024

गोथिक वास्तुकला

⇒गोथिक कला से अभिप्राय तिकोने मेहराबों वाली यूरोपीय शैली से है, जिससे इमारत के विशाल होने का आभास होता है।यह मध्ययुगीन यूरोपीय वास्तु की एक शैली थी।

इस शैली का बोलबाला प्रायः 12वीं से 15वीं सदी तक बना रहा और अंत में पुनर्जागरण काल में इसका स्थान क्लासिकल शैली ने ले लिया।

* यह शैली ब्रिटिशों के शासनकाल के दौरान यूरोप से भारत आई।

* इसे विक्टोरियन शैली भी कहा जाता है।

* भारत में इंडो-गोथिक शैली का विकास हुआ जोकि हिन्दुस्तानी, फारसी और गोथिक शैलियों का शानदार मिश्रण है।

* इंडो-गोथिक शैली की दीवारें बहुत पतली होती हैं। इस शैली में मेहराबें नुकीली होती थी।

* इस शैली की सबसे शानदार विशेषताओं में एक है, मकान में बड़ी- बड़ी खिड़कियों का होना।

* यह ब्रिटेन के उन्नत संरचनात्मक इंजीनियरिंग मानक का पालन करने वाली शैली है।

* पहली बार इसी शैली में मकान निर्माण में स्टील, लोहा और कंक्रीट-गारे का इस्तेमाल शुरू हुआ।

* छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और मुंबई के विक्टोरियन और आर्ट डेको एन्सेम्बल को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के रूप में मान्यता प्राप्त है।

01:17 am | Admin


Comments


Recommend

Jd civils,Chhattisgarh, current affairs ,cgpsc preparation ,Current affairs in Hindi ,Online exam for cgpsc

ढोलकल गणेश छत्तीसगढ़

Dholkal Ganesh ,Chhattisgarh ,Bailadila

ढोलकल गणेश छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता ,लोककला व संस्कृति के लिए जाना चाहता है इस क्रम मे छत्तीसगढ़ के   जिला दंतेवाड़ा में बै...

0
Jd civils,Chhattisgarh, current affairs ,cgpsc preparation ,Current affairs in Hindi ,Online exam for cgpsc

Women Reservation Bill 2023

Women Reservation Bill 2023

27 सालो से महिला आरक्षण बिल अटका आ रहा है इस बीच मोदी सरकार ने लोकसभा मे महिला आरक्षण बिल 2023 जिसे नारी शक्ति वंदन विधेयक कहा गया ,पेश किया ...

1

Subscribe to our newsletter