कारगिल विजय दिवस
⇒26 जुलाई 2024 कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाने के लिए लद्दाख के द्रास जाएंगे।
कारगिल के बारे में ?
- कारगिल, विभाजन के समय से पहले लद्दाख की एक तहसील थी।
- यह अलग-अलग भाषाएँ और धार्मिक समूह बोलने वाले लोगों का क्षेत्र है।
- यह एक ऐसा क्षेत्र है जो पहाड़ों से अलग है।
- कारगिल जिला श्रीनगर से लगभग 205 किलोमीटर दूर स्थित है।
- जिले में महाद्वीपीय जलवायु है।
- यहाँ गर्मियाँ ठंडी होती हैं, और सर्दियाँ लंबी और ठंडी होती हैं।
- तापमान -48 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।
कारगिल युद्ध
⇒युद्ध की पृष्ठभूमि : -
- भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ष 1972 में शिमला समझौते हुआ था।
- इसके तहत तय हुआ था कि ठंड के मौसम में दोनों देशों की सेनाएं LoC को छोड़कर कम बर्फीले वाले स्थान पर चली जाएंगी।
- ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि सर्दियों में ऐसी जगहों का तापमान माइनस डिग्री में चला जाता है।
- इसके कारण दोनों देशों की सेनाओं को काफी मुश्किलें होती थीं।
- वर्ष 1998 की सर्दियों में जब भारतीय सेना LoC को छोड़कर कम बर्फीले वाले स्थान पर चली गई तो पाकिस्तान सेना ने अपने करीब 5 हजार जवानों के साथ धोखे से भारतीय पोस्टों पर कब्जा कर लिया।
- इस दौरान घुसपैठियों के रूप में आई पाक सेना ने तोलोलिंग, तोलोलिंग टॉप, टाइगर हिल और राइनो होन समेत इंडिया गेट, हेलमेट टॉप, शिवलिंग पोस्ट, रॉकीनोब और .4875 बत्रा टॉप जैसी सैकड़ों पोस्टों पर कब्जा कर लिया था।
- वर्ष 1999 की गर्मियों के दौरान जब भारतीय सेना दोबारा अपनी पोस्टों पर गई तो पता चला कि पाकिस्तान सेना की तीन इंफेंट्री ब्रिगेड कारगिल की करीब 400 चोटियों पर कब्जा जमाए बैठी है।
- पाकिस्तान ने डुमरी से लेकर साउथ ग्लेशियर तक करीब 150 किलोमीटर तक कब्जा कर रखा था।
- 3 मई 1999 कारगिल में स्थानीय चरवाहे भारतीय सेना को क्षेत्र में पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों के बारे में सचेत करते हैं।
- भारतीय सेना को 4 मई 1999 को पाकिस्तान की हरकत के बारे में पता चला था।
- 5 मई 1999 को भारतीय सेना के जवानों को इलाके में गश्त के लिए भेजा जाता है। पांच अधिकारियों को पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था और बाद में मार डाला था।
भारतीय सेना की कार्यवाही
भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा कब्जा की गई ऊंचाइयों पर कब्जा करने के लिए 'ऑपरेशन विजय' शुरू किया।
26 मई 1999 भारतीय वायु सेना (IAF) ने 'ऑपरेशन सफेद सागर' शुरू किया और पाकिस्तानी ठिकानों पर हवाई हमले शुरू किए।
भारतीय वायुसेना के तीन विमान मिग-21, मिग-27 और एमआई-17 को पाकिस्तानी सेना ने मार गिराया।
युद्ध समाप्त की घोषणा
26 जुलाई 1999 कारगिल युद्ध आधिकारिक तौर पर समाप्त घोषित कर दिया गया था।
कारगिल युद्ध स्मारक
- कारगिल के द्रास सेक्टर में स्थित युद्ध स्मारक को कारगिल वॉर मेमोरियल या द्रास युद्ध स्मारक के नाम से जाना जाता है।
- इस युद्ध स्मारक को इंडियन आर्मी के द्वारा कारगिल युद्ध में जान गंवाने वाले शहीदों की याद में बनाया गया है।
- इस क्षेत्र को विजयपथ के रूप में भी जाना जाता है।
भारतीय सेना द्वारा कारगिल विजय दिवस पर चलाये गए कार्यक्रम
⇒विद्यार्थियों के लिए एक मिनी मैराथन दौड़ का आयोजन किया।
⇒भारतीय सेना का मोटरसाइकिल अभियान : -
- अभियान की शुरुआत 12 जून को धनुषकोडी से हुई थी।
- यह यात्रा 28 दिनों में मनाली, सरचू और न्योमा के पहाड़ी क्षेत्रों से गुज़रेगी और 10 जुलाई को द्रास में समाप्त होगी।
- इस अभियान को हीरो मोटोकॉर्प की मावरिक बाइकों द्वारा समर्थन दिया गया।
12:35 pm | Admin