Grand Old Man Of India Dada Bhai Naouroji

0409,2023

भारत के द ग्रैंड ओल्ड मेन कहलाने वाले दादा भाई नौरोजी का जन्म 4 सितंबर 1825 को गुजरात के सुरत मे हुआ था।। वे गुजराती बोलने वाले एक सम्पन्न पारसी जोरोस्थियन परिवार में पैदा हुए थे.4 साल मे इनके पिताजी का देहांत हो गया था ,11 वर्ष मे इनका विवाह हो गया।।।

एलफिंस्टन कॉलेज से इन्होने गणित व प्राकृतिक विज्ञान की पढ़ाई की ,बाद मे इन्होने गणित और प्राकृतिक विज्ञान शिक्षक के रुप मे भी पढ़ाया।।।पारसी धर्म का परिचय लोगो से कराने के लिए इन्होंने   1851 में रहनुमा मजदायसन सभा और 1854 में पाक्षिक पत्रिका रास्त गोफ्तार (सच बताने वाला) का प्रकाशन किया. ब्रिटेन मे भारतीय कंपनी खोलने वाले पहले भारतीय.बने।बाद मे उन्होने नौरोजी एंड कंपनी के नाम कपास निर्यात कंपनी खोली।।

 

1892 मे वे लिबरल पार्टी से हाउस आफ कॉमन्स से चुनाव लड़े और जीत गये इस प्रकार वे पहले भारतीय बने।उन्होंने बुजुर्गों को पेंशन, आयरलैंड में स्वराज,  महिलाओं को वोट देने के अधिकार का समर्थन जैस मुद्दे उठाए।। भारत में वे तीन बार कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए.

डेन ऑफ वेल्थ के लिए दादा भाई को विशेष तौर पर जाना जाता है इन्होने Poverty and Unbribritsh rule in india किताब मे इसके बारे मे बताया कैसे ब्रिटिश भारत से धन बाहर भेज रहे हैं

दादाभाई नौरोजी ने 'ज्ञान प्रसारक मण्डली' नामक एक महिला हाई स्कूल एवं 1852 में 'बम्बई एसोसिएशन' की स्थापना की। 1866  मे 'लन्दन इण्डियन एसोसिएशन' एवं '1867 मे ईस्ट इंडिया      एसोसिएशन' की स्थापना की। वे राजनीतिक विचारों से काफ़ी उदार थे। 1906 ई. में उनकी अध्यक्षता में प्रथम बार कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में स्वराज्य की मांग की गयी। 

 

दादाभाई ने यहां  कहा "हम दया की भीख नहीं मांगते। हम  केवल न्याय चाहते हैं। ब्रिटिश नागरिक के समान अधिकारों का ज़िक्र नहीं करते, हम स्वशासन चाहते है ।।

08:57 am | Admin


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