UPSC

 

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, जिसे व्यापक रूप से आईएएस परीक्षा के रूप में जाना जाता है, भारत में सबसे प्रतिष्ठित और मांग वाली परीक्षाओं में से एक है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और अन्य शीर्ष सरकारी पदों पर करियर का प्रवेश द्वार है। इस अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफल होने के लिए, प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम की गहन समझ होना महत्वपूर्ण है। इस व्यापक गाइड में, हम यूपीएससी पाठ्यक्रम के विवरण में गहराई से उतरेंगे, जिसमें उन प्रमुख विषयों और विषयों को शामिल किया जाएगा जिन पर उम्मीदवारों को परीक्षा के प्रत्येक चरण के लिए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

UPSC Preliminary Exam Syllabus

यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा, जिसे सिविल सेवा प्रारंभिक के रूप में भी जाना जाता है, यूपीएससी परीक्षा का पहला चरण है। इसमें दो अनिवार्य पेपर शामिल हैं: सामान्य अध्ययन पेपर- I और सामान्य अध्ययन पेपर- II (CSAT)। इन पेपरों का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में उम्मीदवारों के ज्ञान और योग्यता का परीक्षण करना है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रीलिम्स में प्राप्त अंकों को अंतिम रैंकिंग के लिए नहीं माना जाता है, बल्कि केवल मुख्य परीक्षा के लिए योग्यता के लिए उपयोग किया जाता है।

General Studies Paper-I

  • सामान्य अध्ययन पेपर-I प्रारंभिक परीक्षा का पहला पेपर है और अधिकतम 200 अंकों का होता है। इसमें विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है जो उम्मीदवारों के विभिन्न विषयों के ज्ञान और समझ का परीक्षण करती है। सामान्य अध्ययन पेपर-I के पाठ्यक्रम में निम्नलिखित क्षेत्र शामिल हैं:
  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएँ: यह खंड भारत और दुनिया भर में हाल की घटनाओं और विकास पर केंद्रित है। उम्मीदवारों को समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और ऑनलाइन स्रोतों के माध्यम से करंट अफेयर्स से अपडेट रहना चाहिए।
  • भारतीय इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन: यह खंड प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास सहित भारत के इतिहास को शामिल करता है। इसमें भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान भी शामिल है।
  • भारतीय और विश्व भूगोल: यह खंड भारत और विश्व के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल को शामिल करता है। इसमें भू-आकृतियाँ, जलवायु, जनसंख्या, प्राकृतिक संसाधन आदि विषय शामिल हैं।
  • भारतीय राजनीति और शासन: यह खंड भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, शासन और संबंधित विषयों पर केंद्रित है। उम्मीदवारों को भारतीय राजनीतिक संरचना, पंचायती राज व्यवस्था, सार्वजनिक नीति आदि की अच्छी समझ होनी चाहिए।
  • आर्थिक और सामाजिक विकास: यह खंड भारतीय अर्थव्यवस्था, सतत विकास, गरीबी, सामाजिक समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि से संबंधित विषयों को शामिल करता है।
  • पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे: यह खंड उम्मीदवारों के पर्यावरणीय मुद्दों के ज्ञान और समाज पर उनके प्रभाव का परीक्षण करता है। इसमें जैव विविधता संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण आदि विषय शामिल हैं।
  • सामान्य विज्ञान: यह खंड विज्ञान की बुनियादी अवधारणाओं और सिद्धांतों को शामिल करता है। उम्मीदवारों को वैज्ञानिक विकास और रोजमर्रा की जिंदगी में उनके अनुप्रयोगों की अच्छी समझ होनी चाहिए।

General Studies Paper-II (CSAT)

  • सामान्य अध्ययन पेपर- II, जिसे सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) के रूप में भी जाना जाता है, प्रारंभिक परीक्षा का दूसरा पेपर है। यह एक क्वालीफाइंग पेपर है और मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने होंगे। सामान्य अध्ययन पेपर- II के पाठ्यक्रम में निम्नलिखित क्षेत्र शामिल हैं:
  • समझ: यह खंड उम्मीदवारों की लिखित अनुच्छेदों को समझने और उनका विश्लेषण करने की क्षमता का परीक्षण करता है।
  • संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल: यह खंड उम्मीदवारों के संचार कौशल और दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत करने की उनकी क्षमता पर केंद्रित है।
  • तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता: यह खंड विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के माध्यम से उम्मीदवारों के तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण करता है।
  • निर्णय लेना और समस्या-समाधान: यह खंड उम्मीदवारों की निर्णय लेने और तार्किक और विश्लेषणात्मक सोच का उपयोग करके समस्याओं को हल करने की क्षमता का आकलन करता है।
  • सामान्य मानसिक क्षमता: यह खंड उम्मीदवारों की मानसिक चपलता और जानकारी को समझने, विश्लेषण और व्याख्या करने की उनकी क्षमता का परीक्षण करता है।
  • बुनियादी संख्यात्मकता और डेटा व्याख्या: इस अनुभाग में संख्याएं, उनके संबंध, डेटा व्याख्या, चार्ट, ग्राफ़, तालिकाएं आदि जैसे विषय शामिल हैं।CSAT पेपर में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उम्मीदवारों के लिए इन क्षेत्रों में अभ्यास करना और अपने कौशल को विकसित करना महत्वपूर्ण है।

UPSC Mains Exam Syllabus

यूपीएससी मुख्य परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा का दूसरा चरण है और इसमें कुल 1750 अंक होते हैं। इसमें नौ पेपर होते हैं, जिनमें से सात पेपर अंतिम मेरिट रैंकिंग के लिए गिने जाते हैं। प्रत्येक मुख्य पेपर का पाठ्यक्रम इस प्रकार है:
पेपर- I: निबंध (250 अंक)

इस पेपर में उम्मीदवारों को कई विषयों पर निबंध लिखना होता है। विषय समसामयिक मामलों से लेकर दार्शनिक और सामाजिक मुद्दों तक हो सकते हैं। इस पेपर में परीक्षण किए गए प्रमुख कौशल प्रभावी और संक्षिप्त अभिव्यक्ति, तार्किक सोच और विचारों को व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करने की क्षमता हैं।

  • पेपर- II: सामान्य अध्ययन- I (भारतीय विरासत और संस्कृति, इतिहास और विश्व और समाज का भूगोल) (250 अंक)
  • यह पेपर भारतीय विरासत और संस्कृति, इतिहास और दुनिया और समाज के भूगोल पर केंद्रित है। इस पेपर के पाठ्यक्रम में प्राचीन और आधुनिक भारतीय इतिहास, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, विश्व इतिहास, भौतिक भूगोल, भारतीय समाज आदि जैसे विषय शामिल हैं।
  • पेपर-III: सामान्य अध्ययन-II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) (250 अंक)
  • यह पेपर शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों से संबंधित विषयों को शामिल करता है। पाठ्यक्रम में भारतीय जैसे विषय शामिल हैं
  • आप नीचे दिए लिंक से Syllabus का पीडीएफ download कर सकते है 

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