Why It's Called olympic ,Know history of Olympics

2210,2023

दोस्तो ओलंपिक का नाम तो सभी ने सुना होगा लेकिन इसे ओलंपिक क्यों कहते हैं इसका इतिहास क्या है ये आज हम इस पोस्ट मे सरल शब्दों मे समझेंगे।। 

ओलंपिक खेलों का इतिहास बहुत पुराना है। प्राचीन काल में यूनान की राजधानी एथेंस में 1896 में ओलंपिक पर्वत पर खेले जाने के कारण इस खेल का नाम ओलंपिक पड़ा। 

ओलंपिक खेल पूरी दुनिया में मुख्यत: चार प्रकार के होते हैं। जिसमें  ग्रीष्मकालीन ओलंपिक,  शीतकालीन ओलंपिक, पैरालंपिक और यूथ ओलंपिक खेल शामिल है। इसे खेलों का महाकुंभ भी कहते हैं।इसमें तीन प्रकार के पदक दिए जाते हैं। जिसमें स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक शामिल होते हैं। 

 ओलंपिक के झंडे में 5 रिंग होते हैं, जो नीले, डार्क पीले, काले, हरे और लाल रंग में होते हैं। ओलंपिक ध्वज में    पांच रिंग बने होते हैं जो पांच महाद्वीप को दिखाते हैं।।पांच महाद्वीप अफ्रीका, अमेरिका, एशिया, यूरोप और ओशिनिया के आपस में जुड़े रहने का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसे 1913 में पियरे डि कोबर्टिन ने डिजाइन किया था

ओलंपिक खेल क्या है

ओलंपिक खेल, दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता है। जिसमें विश्वभर के सर्वश्रेष्ठ एथलीट हिस्सा लेते हैं और अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। ओलंपिक खेल हर चार वर्ष  पर आयोजित किया जाता है। ओलंपिक खेलों की इस समयावधि को ओलंपियाड कहते हैं। ओलंपिक खेलों की देखरेख IOC यानी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति करती है।

◆ ओलंपिक खेल पहली बार साल 1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में आयोजित किया गया था। तब से यह खेल हर चार साल पर आयोजित किया जाता है। लेकिन प्रथम विश्वयुद्ध और द्वितीय विश्वयुद्ध के कारण ओलंपिक खेल 1916, 1940 और 1944 में आयोजित नहीं हो सका था।    

ओलंपिक खेलों के जन्मदाता पियरे डे कोबर्टिन हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना 23 जून 1894 को की थी। जिसका मुख्यालय स्विटजरलैंड के लॉजेन में स्थित है। आईओसी के प्रथम अध्यक्ष देमित्रिस विकेलस थे।

ओलंपिक खेलों का उद्देश्य सम्मान, आपसी भाईचारा और मित्रत्रा है और खेल के माध्यम से विश्व में शांति बनाए रखना है।ओलंपिक डे यानी ओलंपिक दिवस को हर साल 23 जून को मनाया जाता है। इसे पहली बार साल 1894 में मनाया गया था।।।

 

चार प्रकार के ओलंपिक के इतिहास के इतिहास के बारे.मे भी जानना जरुरी है कभी-कभी प्रतिय़ोगी परीक्षाओं मे यह पुछा जाता है::---

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल को Summer olympics  गेम्स भी कहा जाता है। इसका साफ मतलब होता है कि यह गर्मियों के समय में आयोजित किया जाता है। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल पहली बार साल 1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में खेला गया था और तब से इसका आयोजन प्रत्येक चार साल पर किया जाता है। एथेंस ओलंपिक खेलों में 14 देशों के 200 एथलीटों ने 43 अलग-अलग मुकाबलों में हिस्सा लिया था।।

**शीतकालीन ओलंपिक **

शीतकालीन  ओलंपिक खेल को Winter Olympic games  भी कहते हैं। यह खेल सर्दियों के समय में खेला जाता है ।।। शीतकालीन ओलंपिक खेल पहली बार साल 1924 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में खेला गया था।लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि  शीतकालीन ओलंपिक खेल साल 1992 तक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल के साथ खेला जाता था। लेकिन इसके बाद इसे अलग आयोजित किए जाने लगा।। शीतकालीन खेल के ज्यादातर इवेंट आइस यानी बर्फ के हिस्सों पर आयोजित होते हैं।   

पैरालंपिक खेल Paralympic Games 

इसमें दिव्यांग एथलीट अपने-अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। पैरालंपिक खेल पहली बार साल 1960 में इटली के रोम में आयोजित किया गया था। इसमें सैनिकों के साथ-साथ आम लोग भी हिस्सा ले सकते थे।  जिस तरह ओलंपिक खेलों में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन होते हैं ठीक उसी तरह पैरालंपिक खेल भी दो प्रकार के होते हैं। जिसमें समर पैरालंपिक और विंटर पैरालंपिक होते हैं। 

यूथ ओलंपिक

यूथ ओलंपिक (YOG) अन्य ओलंपिक खेलों की तरह हर चार साल पर आयोजित किया जाता है। इस खेल में 18 वर्ष की कम उम्र के लड़के और लड़कियां हिस्सा लेते हैं। ये खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अपने-अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। यूथ ओलंपिक पहली बार साल 2010 में सिंगापुर में आयोजित किया गया था। यूथ ओलंपिक का उद्देश्य युवा पीढ़ी को प्रेरित करना और उन्हें खेलों से जोड़ना है।

Published By DeshRaj Agrawal 

11:44 am | Admin


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