What is Vijayadashami and Dussehra ,Difference

2410,2023

विजयादशमी व दशहरा मे अंतर 

अश्विन मास के शुक्ल पक्ष के दसवे दिन विजयादशमी या दशहरा मनाया जाता है।।बहुत सारे लोग विजयादशमी और दशहरा को लेकर भ्रम में पड़ जाते हैं। क्योंकि दोनों पर्व एक ही दिन मनाया जाता है। यहां तक की अंतर भी नहीं समझ पाते हैं। इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और इसी दिन दुर्गा मां ने 9 दिन के बाद महिषासुर का वध किया था।।।।

 माता दुर्गा ने इस दिन महिषासुर का किया था वध:::--- रम्भासुर का पुत्र था महिषासुर, जो अत्यंत शक्तिशाली था। उसने कठिन तप किया था। ब्रह्माजी ने प्रकट होकर कहा- 'वत्स!  मृत्यु को छोड़कर, सबकुछ मांगों। महिषासुर ने बहुत सोचा और फिर कहा-  देवता, असुर और मानव किसी से मेरी मृत्यु न हो। किसी स्त्री के हाथ से मेरी मृत्यु निश्चित करने की कृपा करें।' ब्रह्माजी 'एवमस्तु' कहकर अपने लोक चले गए।

 

वर प्राप्त करने के बाद उसने तीनों लोकों पर अपना अधिकार जमा कर त्रिलोकाधिपति बन गया। तब सभी देवताओं ने भगवती महाशक्ति की आराधना की। भगवती ने देवताओं पर प्रसन्न होकर उन्हें शीघ्र ही महिषासुर के भय से मुक्त करने का आश्वासन दिया। माता ने महिषासुर से 9 दिन तक युद्ध करने के बाद 10वें दिन उसका वध कर दिया इसलिए विजयादशमी का उत्सव मनाया जाता है। 

इसी  दिन श्री राम ने रावण का वध किया था::::---
 9 दिनों तक मां दुर्गा की अराधना करने के बाद श्री राम ने दशमी के दिन रावण का वध किया था और इस तरह बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। और इसी लिए नवरात्रि के नौ दिन तक रामलीला का आयोजन किया जाता है और दसवें दिन रावण,मेघनाद, कुंभकर्ण का पुतला जलाते है।।दश(Ten) हरा(हार)

प्राचीन काल की मान्यताओं की मानें तो प्राचीन काल से अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को विजयदशमी का उत्सव मनाया जा रहा है।पहले के समय में राजाओं के द्वारा विजयप्राप्ति के लिए दशमी तिथि पर शस्त्र पूजन किया जाता था जो परंपरा आज चली आ रही है। माना जाता है कि शहरा पर शस्त्र पूजन अवश्य करना चाहिए। यह तिथि विजय का प्रतीक मानी जाती थी।

दशहरा अथवा विजयदशमी राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति पूजा का पर्व है, शस्त्र पूजन की तिथि है। हर्ष और उल्लास तथा विजय का पर्व है,असत्य पर सत्य की जीत का यह पर्व है।।

08:05 am | Admin


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