CLASSIFICATION OF ECONOMY PART 3

2810,2023

       अर्थव्यवस्था का वर्गीकरण
⇒दोस्तों पिछले के पोस्ट में हम लगातार अर्थव्यवस्था वर्गीकरण पर चर्चा कर रहे है, अब हम अगले वर्गीकरण को समझेंगें –
(c) निर्भरता के आधार पर अर्थव्यवस्था 3 प्रकार के होता है :-
    (1) आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था 
    (2) आश्रित अर्थव्यवस्था 
    (3) परस्पर निर्भर अर्थव्यवस्था 
(1) आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था :-   आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का अर्थ है कि आवश्यक उत्पाद एवं सेवाओं का उत्पादन स्वयं करना 
•    उत्पाद एवं सेवाओं का आयत किसी दुसरे देस से न करना पड़े अर्थात आयतित उत्पादों का उत्पादन स्वयं करना |
#लाभ :- 
•    देश में कंपनियों का विस्तार होगा एवं नये उद्योग लगेंगे परिणामतः देश में रोजगार का सृजन ज्यादा होगा |
•    गरीबी में कमी तथा लोगों के जीवनस्तर में सुधार|
•    विदेशी मुद्रा की बचत होगी जिससे अन्य देशों को विदेशी मुद्रा की सहायता परिणामतः कुटनीतिक संबंध मजबूत होगा |
•    आधारभूत सरंचना में निवेश की सम्भावना में वृद्धि |
#हानि :-

•यदि कच्चे माल की उत्पादन लागत ज्यादा है तो अर्थव्यवस्था का आत्मनिर्भर बनने का प्रयास घातक हो  सकता है, क्योंकि उत्पादन लागत ज्यादा होने से उत्पाद की कीमत में वृद्दि होती है |
•    कीमतों में वृद्धि तो उत्पाद की प्रतिस्पर्द्धी क्षमता कमजोर होगा जिससे विश्व बाजार में भारतीय उत्पाद की मांग कम अर्थात निर्यात में गिरावट |
•    सस्ते उत्पाद के आयात में वृद्धि |
(2) आश्रित अर्थव्यवस्था :-  देश की अर्थव्यवस्था का उत्पाद एवं सेवा के लिए दुसरे देशों पर निर्भर होना 
(3) परस्पर निर्भर अर्थव्यवस्था :-  देश की अर्थव्यवस्था की उत्पाद एवं सेवा के लिए एक देश का दुसरे देश के लिए परस्पर निर्भर होना |
जैसे : भारत की अर्थव्यवस्था 
(d) अंतर्संबंध के आधार पर अर्थव्यवस्था 2 प्रकार का होता है |
  (1) बंद अर्थव्यवस्था 
  (2) खुली अर्थव्यवस्था 
(1) बंद अर्थव्यवस्था(closed economy) :-  बंद अर्थव्यवस्था का अर्थ है की न तो आयात हो , न तो निर्यात हो अर्थात पूर्णतः आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था | इसमें उत्पाद ,सेवा , पूंजी का मुक्त आवागमन नहीं होता है |
# परिणाम :
•    विदेशी पूंजी का आवागमन रुक जायेगा परिणामतः विदेशी निवेश नहीं हो पायेगा |
•    अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्द्धा अत्यंत कम परिणामतः उत्पाद एवं सेवाओं की गुणवत्ता में सुधर नहीं हो पायेगा |
•    विदेशी तकनीक का प्रवाह कम |
•    विभिन्न देशों के बीच कुटनीतिक संबंध कमजोर |
(2) खुली अर्थव्यवस्था(open economy) :-  खुली अर्थव्यवस्था का अर्थ है कि उत्पाद, सेवा एवं पूंजी का मुक्त आवागमन हो |
# परिणाम :- 
•    विदेशी मुद्रा का आगमन परिणामतः विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि होगा |
•    विदेशी निवेश से औद्योगीकरण ज्यादा तो रोजगार का सृजन ज्यादा होगा परिणामतः गरीबी में कमी |
•    प्रतिस्पर्द्धी क्षमता में वृद्धि होगा |
•    उत्पादक बाजार में बने रहने के लिए उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार पर बल परिणामतः उपभोक्ता को लाभ होगा |

07:15 am | Admin


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