Waheeda Rehman won 53rd Dada saheb Phalke Award

2709,2023

53वां दादा साहेब फालके पुरस्कार  2023 ्
53rd Dada Saheb Phalke Award 

मशहूर एक्ट्रेस  वहीदा रहमान को सिनेमा जगत के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा जाएगा. वहीदा अपने दौर की लीडिंग एक्ट्रेस रही हैं. उन्हें फिल्म रेश्मा और शेरा के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला. पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित वहीदा जी ने भारतीय नारी के समर्पण, कमिटमेंट और ताकत का ऐसा उदाहरण पेश किया है जो कड़ी मेहनत की बदौलत अपने प्रोफेशन में एक्सीलेंस को अचीव कर सकती हैं.''

54 साल के इतिहास में अब तक यह अवॉर्ड सिर्फ 7 ही महिलाओं को दिया गया है। सबसे पहला दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड 1969 में एक्ट्रेस देविका रानी को दिया गया था। इसके बाद रूबी मेयर्स , कानन देवी, दुर्गा खोटे, लता मंगेशकर और आशा भोंसले को इस अवॉर्ड से नवाजा गया। 2020 में यह अवॉर्ड वेटरन एक्ट्रेस आशा पारेख को दिया गया था।

वहीदा रहमान अपने 57 साल के करियर में करीब 90 फिल्मों में काम कर चुकी हैं। उन्होंने 1955 में तेलुगु फिल्म ‘रोजुलु माराई’ से डेब्यू किया था। इसके बाद बॉलीवुड में प्यासा, गाइड, कागज के फूल, चौदहवीं का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, खामोशी, कभी कभी, लम्हे, रंग दे बसंत और दिल्ली 6 जैसी फिल्में दीं।

दादासाहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा उद्योग में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। इसका नाम 'भारतीय सिनेमा के जनक' कहे जाने वाले धुंडीराज गोविंद फाल्के के नाम पर रखा गया है, जिन्हें प्यार से दादासाहेब फाल्के बुलाया जाता था। दादासाहेब ने ही वर्ष 1913 में भारत की पहली फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' प्रस्तुत की थी।

इस पुरस्कार की शुरुआत 1969 में हुई थी। यह भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत एक 'स्वर्ण कमल', 10 लाख रुपए नकद, एक प्रमाण पत्र, रेशम की एक पट्टिका और एक शॉल दिया जाता है।

उन्होंने पर्दे पर देव आनंद, राज कपूर, राजकुमार, मनोज कुमार और सुनील दत्त सहित हिंदी सिनेमा के कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया था. वहीदा रहमान का जन्म 3 फरवरी 1938 को चेन्नई में हुआ और उन्होंने 1955 में तेलुगू इंडस्ट्री में कदम रखा. इसके बाद उन्हें हिंदी सिनेमा में पहला ब्रेक 1956 में सीआईडी फिल्म से मिला. हालांकि, इस फिल्म में वहीदा रहमान ने नेगेटिव किरदार निभाया, लेकिन उनके रोल को बहुत पसंद किया गया. इस दौरान वहीदा और गुरु दत्त की जोड़ी भी फैंस को बहुत पसंद आती थी. उन्होंने उनके साथ प्यासा, कागज के फूल, चौदहवीं का चांद, साहिब बीवी और गुलाम जैसी फिल्मों में काम किया.

Published by DeshRaj Agrawal 

03:26 am | Admin


Comments


Recommend

Jd civils,Chhattisgarh, current affairs ,cgpsc preparation ,Current affairs in Hindi ,Online exam for cgpsc

Independence of district judiciary is part of basic structure of Constitution

supream court judgement 2024

जिला न्यायपालिका की स्वतंत्रता संविधान की मूल संरचना का हिस्सा है ⇒मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रम...

0
Jd civils,Chhattisgarh, current affairs ,cgpsc preparation ,Current affairs in Hindi ,Online exam for cgpsc

Birsa Munda God Of Tribes

Birsa Munda

बिरसा मुंडा महान स्वतंत्रता सेनानी व आदिवासियों के भगवान थे ,मात्र 25 वर्ष के जीवनकाल में ये आदिवासियों के मसीहा बन गये।।इन्हे "धर...

0

Subscribe to our newsletter